LIVE पावन गुरुपूर्णिमा महापर्व 2024 | गुरु पर्व पूजन एवं विशेष उद्बोधन | Guru Purnima Parva

LIVE पावन गुरुपूर्णिमा महापर्व 2024 | गुरु पर्व पूजन एवं विशेष उद्बोधन | Guru Purnima Parva

Shantikunjvideo-AWGP

2 дня назад

30,084 Просмотров

Ссылки и html тэги не поддерживаются


Комментарии:

@ManjuRathore-g7k
@ManjuRathore-g7k - 21.07.2024 08:30

Param Pujya Gurudev Mata Ji aapki Charanon Mein Koti Koti Naman

Ответить
@subodhsahu9314
@subodhsahu9314 - 21.07.2024 08:33

गुरुदेव के चरण कमल सादर प्रणाम

Ответить
@subodhsahu9314
@subodhsahu9314 - 21.07.2024 08:33

आवाज कम आ रहा है

Ответить
@SushilKumar-fz4ej
@SushilKumar-fz4ej - 21.07.2024 08:47

परमपूज्य गुरुदेव के चरणों में शत-शत नमन

Ответить
@pranabkumardas1951
@pranabkumardas1951 - 21.07.2024 08:49

Pranam! 🙏🙏🙏

Ответить
@renuroy8095
@renuroy8095 - 21.07.2024 08:50

🌹🌹🙏🙏

Ответить
@pawanece4444
@pawanece4444 - 21.07.2024 08:51

🙏🪷

Ответить
@urmilasharma1432
@urmilasharma1432 - 21.07.2024 08:54

Shradhey jiji ka aaj ka udbodhan kyu ni huya? Jiji aap thik hai? 2021 ka udbodhan sun k bhi bhaav vibhor huye h, lekin aisa kya hua ki aaj ka udbodhan sunne ko ni mila? kripa btayaein 🙏 @shantikunjvideo

Ответить
@sushmaprasad4000
@sushmaprasad4000 - 21.07.2024 09:01

परम् पूज्य गुरुदेव एवं परम् वंदनीय माता जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन 🌺🌺🙏🙏🙏 आपका आशीर्वाद हम सभी पे सदैव बना रहे 🙏🙏🙏

Ответить
@ishantsharma7647
@ishantsharma7647 - 21.07.2024 09:10

🙏🙏🍁🍁🌹🌹🛕परम पूज्य गुरुदेव की जय हो, परम वंदनीया माता जी की जय हो.... हे देव इस पापी दुर्बुद्धि को अपने सत्मार्ग में चलने की प्रेरणा और शक्ति दीजिए

Ответить
@RAJENDRATAK-le9ke
@RAJENDRATAK-le9ke - 21.07.2024 09:11

गुरु स्तोत्र/Guru Stotra
|| श्री महादेव्युवाच ||
गुरुर्मन्त्रस्य देवस्य धर्मस्य तस्य एव वा |

विशेषस्तु महादेव ! तद् वदस्व दयानिधे ||

श्री गुरु स्तोत्रम् श्री महादेवी (पार्वती) ने कहा : हे दयानिधि शंभु ! गुरुमंत्र के देवता अर्थात् श्री गुरुदेव एवं उनका आचारादि धर्म क्या है – इस बारे में वर्णन करें |

|| श्री महादेव उवाच ||
जीवात्मनं परमात्मनं दानं ध्यानं योगो ज्ञानम् |

उत्कल काशीगंगामरणं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||1||

श्री महादेव बोले: जीवात्मा-परमात्मा का ज्ञान, दान, ध्यान, योग पुरी, काशी या गंगा तट पर मृत्यु – इन सबमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||1||

प्राणं देहं गेहं राज्यं स्वर्गं भोगं योगं मुक्तिम् |

भार्यामिष्टं पुत्रं मित्रं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||2||

प्राण, शरीर, गृह, राज्य, स्वर्ग, भोग, योग, मुक्ति, पत्नी, इष्ट, पुत्र, मित्र – इन सबमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||2||

वानप्रस्थं यतिविधधर्मं पारमहंस्यं भिक्षुकचरितम् |

साधोः सेवां बहुसुखभुक्तिं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||3||

वानप्रस्थ धर्म, यति विषयक धर्म, परमहंस के धर्म, भिक्षुक अर्थात् याचक के धर्म – इन सबमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||3||

विष्णो भक्तिं पूजनरक्तिं वैष्णवसेवां मातरि भक्तिम् |

विष्णोरिव पितृसेवनयोगं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||4||

भगवान विष्णु की भक्ति, उनके पूजन में अनुरक्ति, विष्णु भक्तों की सेवा, माता की भक्ति, श्रीविष्णु ही पिता रूप में हैं, इस प्रकार की पिता सेवा – इन सबमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||4||

प्रत्याहारं चेन्द्रिययजनं प्राणायां न्यासविधानम् |

इष्टे पूजा जप तपभक्तिर्न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||5||

प्रत्याहार और इन्द्रियों का दमन, प्राणायाम, न्यास-विन्यास का विधान, इष्टदेव की पूजा, मंत्र जप, तपस्या व भक्ति – इन सबमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||5||

काली दुर्गा कमला भुवना त्रिपुरा भीमा बगला पूर्णा |

श्रीमातंगी धूमा तारा न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||6||

काली, दुर्गा, लक्ष्मी, भुवनेश्वरि, त्रिपुरासुन्दरी, भीमा, बगलामुखी (पूर्णा), मातंगी, धूमावती व तारा ये सभी मातृशक्तियाँ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||6||

मात्स्यं कौर्मं श्रीवाराहं नरहरिरूपं वामनचरितम् |

नरनारायण चरितं योगं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||7||

भगवान के मत्स्य, कूर्म, वाराह, नरसिंह, वामन, नर-नारायण आदि अवतार, उनकी लीलाएँ, चरित्र एवं तप आदि भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||७||

श्रीभृगुदेवं श्रीरघुनाथं श्रीयदुनाथं बौद्धं कल्क्यम् |

अवतारा दश वेदविधानं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||8||

भगवान के श्री भृगु, राम, कृष्ण, बुद्ध तथा कल्कि आदि वेदों में वर्णित दस अवतार श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||8||

गंगा काशी कान्ची द्वारा मायाऽयोध्याऽवन्ती मथुरा |

यमुना रेवा पुष्करतीर्थ न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||9||

गंगा, यमुना, रेवा आदि पवित्र नदियाँ, काशी, कांची, पुरी, हरिद्वार, द्वारिका, उज्जयिनी, मथुरा, अयोध्या आदि पवित्र पुरियाँ व पुष्करादि तीर्थ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||9||

गोकुलगमनं गोपुररमणं श्रीवृन्दावन-मधुपुर-रटनम्|

एतत् सर्वं सुन्दरि ! मातर्न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||10||

हे सुन्दरी ! हे मातेश्वरी ! गोकुल यात्रा, गौशालाओं में भ्रमण एवं श्री वृन्दावन व मधुपुर आदि शुभ नामों का रटन – ये सब भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||10||

तुलसीसेवा हरिहरभक्तिः गंगासागर-संगममुक्तिः |

किमपरमधिकं कृष्णेभक्तिर्न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||11||

तुलसी की सेवा, विष्णु व शिव की भक्ति, गंगा सागर के संगम पर देह त्याग और अधिक क्या कहुं परात्पर भगवान श्री कृष्ण की भक्ति भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||11||

एतत् स्तोत्रम् पठति च नित्यं मोक्षज्ञानी सोऽपि च धन्यम् |

ब्रह्माण्डान्तर्यद्-यद् ध्येयं न गुरोरधिकं न गुरोरधिकं ||12||

इस स्तोत्र का जो नित्य पाठ करता है वह आत्मज्ञान एवं मोक्ष दोनों को पाकर धन्य हो जाता है | निश्चित ही समस्त ब्रह्माण्ड मे जिस-जिसका भी ध्यान किया जाता है, उनमें से कुछ भी श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है, श्री गुरुदेव से बढ़कर नहीं है ||12||

|| वृहदविज्ञान परमेश्वरतंत्रे त्रिपुराशिवसंवादे श्रीगुरोःस्तोत्रम् ||

Ответить
@RAJENDRATAK-le9ke
@RAJENDRATAK-le9ke - 21.07.2024 09:11

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।

गुरुस्साक्षात्परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥


अज्ञानतिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया।


चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः॥

अखण्डमण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरं।

तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

अनेकजन्मसंप्राप्तकर्मबन्धविदाहिने ।

आत्मज्ञानप्रदानेन तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

मन्नाथः श्रीजगन्नाथो मद्गुरुः श्रीजगद्गुरुः।

ममात्मासर्वभूतात्मा तस्मै श्री गुरवे नमः ॥

बर्ह्मानन्दं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्तिम्,

द्वन्द्वातीतं गगनसदृशं तत्त्वमस्यादिलक्ष्यम्।

एकं नित्यं विमलमचलं सर्वधीसाक्षिभूतं,

भावातीतं त्रिगुणरहितं सद्गुरुं तं नमामि ॥🪔🕉🌞🌏🌝🪐🌈🐚✌️🔱🏹⚔️⚖️🐓🦜🦚🦅🦉🕊🦢🐳🐍🐢🐗🐯🦁🫎🐏🐘🦄🐕🐰🐁🐱🐒🦍👣🚩📿🔔🪷🌺🌷⚘️🌹🏵💮🌸🌼🏵🌻💐🦋🙏🫂🪔

Ответить
@RAJENDRATAK-le9ke
@RAJENDRATAK-le9ke - 21.07.2024 09:11

गुर्वष्टकम् |Lyrics of Gurvashtakam
शरीरं सुरूपं तथा वा कलत्रं,
यशश्चारु चित्रं धनं मेरु तुल्यम् |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||१||

1. यदि शरीर रूपवान हो, पत्नी भी रूपसी हो और सत्कीर्ति चारों दिशाओं में विस्तरित हो, मेरु पर्वत के तुल्य अपार धन हो, किंतु गुरु के श्रीचरणों में यदि मन आसक्त न हो तो इन सारी उपलब्धियों से क्या लाभ?

कलत्रं धनं पुत्र पौत्रादिसर्वं,
गृहो बान्धवाः सर्वमेतद्धि जातम् |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||२||

2. सुन्दरी पत्नी, धन, पुत्र-पौत्र, घर एवं स्वजन आदि प्रारब्ध से सर्व सुलभ हो किंतु गुरु के श्रीचरणों में यदि मन आसक्त न हो तो इस प्रारब्ध-सुख से क्या लाभ?

षड़ंगादिवेदो मुखे शास्त्रविद्या,
कवित्वादि गद्यं सुपद्यं करोति |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||३||

3. वेद एवं षटवेदांगादि शास्त्र जिन्हें कंठस्थ हों, जिनमें सुन्दर काव्य निर्माण की प्रतिभा हो, किंतु उनका मन यदि गुरु के श्रीचरणों के प्रति आसक्त न हो तो इन सदगुणों से क्या लाभ?

विदेशेषु मान्यः स्वदेशेषु धन्यः,
सदाचारवृत्तेषु मत्तो न चान्यः |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||४||

4. जिन्हें विदेशों में समादर मिलता हो, अपने देश में जिनका नित्य जय-जयकार से स्वागत किया जाता हो और जो सदाचार पालन में भी अनन्य स्थान रखता हो, यदि उनका भी मन गुरु के श्रीचरणों के प्रति आसक्त न हो तो सदगुणों से क्या लाभ?

क्षमामण्डले भूपभूपलबृब्दैः,
सदा सेवितं यस्य पादारविन्दम् |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||५||

5. जिन महानुभाव के चरणकमल पृथ्वीमण्डल के राजा-महाराजाओं से नित्य पूजित रहा करते हों, किंतु उनका मन यदि गुरु के श्रीचरणों के प्रति आसक्त न हो तो इस सदभाग्य से क्या लाभ?

यशो मे गतं दिक्षु दानप्रतापात्,
जगद्वस्तु सर्वं करे यत्प्रसादात् |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||६||

6. दानवृत्ति के प्रताप से जिनकी कीर्ति दिगदिगांतरों में व्याप्त हो, अति उदार गुरु की सहज कृपादृष्टि से जिन्हें संसार के सारे सुख-एश्वर्य हस्तगत हों, किंतु उनका मन यदि गुरु के श्रीचरणों में आसक्तभाव न रखता हो तो इन सारे एशवर्यों से क्या लाभ?

न भोगे न योगे न वा वाजिराजौ,
न कन्तामुखे नैव वित्तेषु चित्तम् |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||७||

7. जिनका मन भोग, योग, अश्व, राज्य, स्त्री-सुख और धनोभोग से कभी विचलित न हुआ हो, फिर भी गुरु के श्रीचरणों के प्रति आसक्त न बन पाया हो तो मन की इस अटलता से क्या लाभ?

अरण्ये न वा स्वस्य गेहे न कार्ये,
न देहे मनो वर्तते मे त्वनर्ध्ये |
मनश्चेन लग्नं गुरोरघ्रिपद्मे,
ततः किं ततः किं ततः किं ततः किम् ||८||

8. जिनका मन वन या अपने विशाल भवन में, अपने कार्य या शरीर में तथा अमूल्य भण्डार में आसक्त न हो, पर गुरु के श्रीचरणों में भी वह मन आसक्त न हो पाये तो इन सारी अनासक्त्तियों का क्या लाभ?

गुरोरष्टकं यः पठेत्पुरायदेही,
यतिर्भूपतिर्ब्रह्मचारी च गेही |
लमेद्वाच्छिताथं पदं ब्रह्मसंज्ञं,
गुरोरुक्तवाक्ये मनो यस्य लग्नम् ||९||

9. जो यति, राजा, ब्रह्मचारी एवं गृहस्थ इस गुरु अष्टक का पठन-पाठन करता है और जिसका मन गुरु के वचन में आसक्त है, वह पुण्यशाली शरीरधारी अपने इच्छितार्थ एवं ब्रह्मपद इन दोनों को संप्राप्त कर लेता है यह निश्चित है |

श्रीमद आद्य शंकराचार्यविरचितम्🪔🕉🌞🌏🌝🪐🌈🐚✌️🔱🏹⚔️⚖️🐓🦜🦚🦅🦉🕊🦢🐳🐍🐢🐗🐯🦁🫎🐏🐘🦄🐕🐰🐁🐱🐒🦍👣🚩📿🔔🪷🌺🌷⚘️🌹🏵💮🌸🌼🏵🌻💐🦋🙏🫂🪔

Ответить
@RAJENDRATAK-le9ke
@RAJENDRATAK-le9ke - 21.07.2024 09:12

🪔🕉🌞🌏🌝🪐🌈🐚✌️🔱🏹⚔️⚖️🐓🦜🦚🦅🦉🕊🦢🐳🐍🐢🐗🐯🦁🫎🐏🐘🦄🐕🐰🐁🐱🐒🦍👣🚩📿🔔🪷🌺🌷⚘️🌹🏵💮🌸🌼🏵🌻💐🦋🙏🫂🪔

Ответить
@shivammarskole9808
@shivammarskole9808 - 21.07.2024 09:17

Jai gurudev 🙏🙏

Ответить
@harshkumarbaranwal4734
@harshkumarbaranwal4734 - 21.07.2024 09:41

Gayatri mata ki jay param pujya gurudev vandniya mataji ki kripa hamesha bani rahe 🌹🌹🙏🙏

Ответить
@diptibhatt1879
@diptibhatt1879 - 21.07.2024 09:54

જય ગુરુદેવ 🙏🙏🙏🌹

Ответить
@kaliramkharshan3765
@kaliramkharshan3765 - 21.07.2024 10:00

गुरू देव व वंदनीया माता को,
श्रद्धा पूरित वंदन करते हैं।
गुरु-पूर्णिमा के पावर अवसर पर,
शत-शत अभिनंदन वंदन प्रणाम करतें हैं।पवन गुरूसत्ता के चरम रज को,
ससम्मान धारण करते हैं।।
सदा अपने सानिध्य व संरक्षण में,
हमें छांव तले सुरक्षित रखना ।
धन्य- धन्य अतिधन्य......
सदा अपना बनाये रखना ।।
कलीराम चरण बलिहारी....
अपनी कृपादृष्टि बनाए रखना....
कलीराम खरशान राजनांदगांव छ.ग.

Ответить
@AnitaSingh-pl3fu
@AnitaSingh-pl3fu - 21.07.2024 10:03

Pranam gurudev

Ответить
@AnitaSingh-pl3fu
@AnitaSingh-pl3fu - 21.07.2024 10:04

Jai mata di

Ответить
@gitapatel6425
@gitapatel6425 - 21.07.2024 10:22

jay Gurudev ,Jay Mahakal

Ответить
@ankityadav-cz4ku
@ankityadav-cz4ku - 21.07.2024 10:30

परम् पूज्य गुरुदेव एवं परम वंदनीय माता जी कि जय 🙇

Ответить
@devshankarjoshi5531
@devshankarjoshi5531 - 21.07.2024 10:34

Jay Gurudev

Ответить
@basantasahu3954
@basantasahu3954 - 21.07.2024 10:39

Jai Gurudev ji

Ответить
@kamleshjoshi6868
@kamleshjoshi6868 - 21.07.2024 10:40

🙏🙏🙏🙏

Ответить
@titumallick5286
@titumallick5286 - 21.07.2024 10:42

Jai maa Gayatri

Ответить
@titumallick5286
@titumallick5286 - 21.07.2024 10:43

Jai gurudev Jai guruma

Ответить
@KishanHarle
@KishanHarle - 21.07.2024 10:46

Jai maa gayatri

Ответить
@ashoksherke9774
@ashoksherke9774 - 21.07.2024 10:53

शत शत नमन गुरु चरणों में 🙏

Ответить
@naveenbr31
@naveenbr31 - 21.07.2024 11:00

🙏🙏🙏

Ответить
@deoduttverma3300
@deoduttverma3300 - 21.07.2024 11:28

Jai gurudev jai mahakal ❤

Ответить
@kanhaiyapandeyji2844
@kanhaiyapandeyji2844 - 21.07.2024 11:31

मैने देखा कुछ लोगों ने चंदन नहीं धारण किया क्यों।

Ответить
@sharwankumhar9955
@sharwankumhar9955 - 21.07.2024 12:16

जय गुरूजी की

Ответить
@sharwankumhar9955
@sharwankumhar9955 - 21.07.2024 12:26

प्रणाम गुरु जी

Ответить
@ashasingh4144
@ashasingh4144 - 21.07.2024 12:33

परमपूज्य गुरदेव बन्दनीया माता जी के कमलवत् चरणो सत् सत् नमन बन्दन

Ответить
@pavansharma3722
@pavansharma3722 - 21.07.2024 12:43

परमपूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माता जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन चरण स्पर्श प्रणाम 🙏🙏🙏💐🌷🌹🌺🥀🌼🌻🕉️🚩

Ответить
@RamlakhanPal-kf8nx
@RamlakhanPal-kf8nx - 21.07.2024 12:53

जय गुरुदेव शत शत नमन

Ответить
@user-cq5rk2ev7t
@user-cq5rk2ev7t - 21.07.2024 13:44

परम पूज्य गुरुदेव परम वंदनीय माता जी के चरणों में बारंबार प्रणाम 🙏🙏

Ответить
@nkk3818
@nkk3818 - 21.07.2024 13:57

JAI MAHAKAL JAI MAA GAYATRI JAI

Ответить
@sudhirkhare2074
@sudhirkhare2074 - 21.07.2024 14:12

अहंकार मिटने पर हम यह नहीं कहते "यह जो दीक्षा आज हमने दी" अअहंकारी कहेगा हमारे माध्यम से परम पूज्य ने जो दीक्षा आपको दी ....

Ответить
@sumankirasoi3969
@sumankirasoi3969 - 21.07.2024 14:24

Jai guru dev ji

Ответить
@mohandhotre5953
@mohandhotre5953 - 21.07.2024 15:29

Parampuja gurudev, paramvandaniya mataji ki charno may koti koti naman 🙏🙏 🙏

Ответить
@user-dg1nu6fq5n
@user-dg1nu6fq5n - 21.07.2024 16:19

Amita trivedi Jay gurudev koti koti vandan

Ответить
@yash.khandelwal187
@yash.khandelwal187 - 21.07.2024 17:09

Guru dev and guru ma ko pranam 🙏🌹💝🙂💐

Ответить
@sumanmishra6438
@sumanmishra6438 - 21.07.2024 17:55

गुरू पणिऋमा के अवसर परपरम पूज्य गुरू देव और वन्दनीया माता।जी के चरणों मे कोटि कोटुि।परणाम

Ответить
@krishnamishra6114
@krishnamishra6114 - 21.07.2024 17:57

Param pujya guru Dev ke charno me sat sat naman 💐🙏🙏🙏

Ответить
@sumanmishra6438
@sumanmishra6438 - 21.07.2024 18:02

जय गायती माता जी की

Ответить
@1improvementdaily683
@1improvementdaily683 - 21.07.2024 18:26

Very good program for guru purnima today

Ответить
@kusumlatarai8183
@kusumlatarai8183 - 21.07.2024 19:50

जय गुरुदेव 🌺🌺🌹🌹👏👏👏👏👏

Ответить
@KuldeepYadav-jl4kh
@KuldeepYadav-jl4kh - 22.07.2024 08:29

परम पूज्य गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि नमन वंदन

Ответить